Swaminarayan Mandir Abu Dhabi – Abu Dhabi का पहला हिन्दू मंदिर: Abu Dhabi, UAE के स्वामीनारायण मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह फेस्टिवल ऑफ़ हार्मनी (Festival of Harmony) के रूप में मनाया जा रहा है। यह टेंपल अपने आप में विभिन्न पहलुओं में हार्मनी का एक प्रतीक बन गया है। इसका निर्माण विभिन्न संप्रदायों और रिलिजन के लोगों द्वारा किया गया है जो कि विश्व के सात अलग-अलग समुदायों से थे।
इस टेंपल के पीछे एक दिवार बनाई गई है, जिसे वॉल ऑफ़ हार्मनी कहा जाता है। यह वॉल वसुदेव कुटुंबकम का संदेश देता है और इसे बनाने में विभिन्न कम्युनिटी के लोगों ने योगदान दिया है। यह UAE में सबसे लंबी 3D प्रिंटेड दिवार है जो कि 25 लेयर्स द्वारा बनाई गई है। आइये जानते है इस मंदिर के बारे में कुछ और बाते।
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Swaminarayan Mandir Abu Dhabi: Important Dates and Year
Swaminarayan Mandir Abu Dhabi के सुंदर हिंदू मंदिर का निर्माण, जिसके बारे में सोचने की कल्पना बड़ी ही अजीब लगती है, आखिरकार हकीकत में परिणत हो गया है। 1997 में प्रमुख स्वामी महाराज द्वारा एक संकल्प लिया गया था कि यूएई में एक विशाल हिंदू मंदिर का निर्माण किया जाए। और इसी संकल्प को साकार करने के लिए करीब 27 सालों के बाद, आखिरकार मंदिर का निर्माण पूरा हुआ। Swaminarayan Mandir Abu Dhabi मंदिर का निर्माण में अबू धाबी की सल्तनत ने भरपूर सहयोग किया। उन्होंने मंदिर के निर्माण के लिए करीब 27 एकड़ जमीन भी दी। इस कार्य में अन्य एडमिनिस्ट्रेटिव अधिकारियो का समर्थन भी मिला। आइये जानते है इस मंदिर से जुडी कुछ महत्वपूर्ण तिथियों को।
यहाँ दी गई जानकारी को तारीख और घटना के साथ हिंदी भाषा में सरल रूप में एक तालिका में व्यवस्थित किया गया है:
वर्ष | तारीख | घटना का विवरण |
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1997 | – | स्वामी महाराज ने Abu Dhabi में हिन्दू मंदिर की कल्पना की जो देशों, संस्कृतियों और धर्मों के बीच समरसता को बढ़ावा देगा। |
2015 | अगस्त | UAE Government ने मंदिर परियोजना के लिए जमीन का आवंटन घोषित किया |
2018 | 10 फरवरी | India और UAE के बीच मंदिर परियोजना के लिए समझौते का साक्षात्कार हुआ |
2018 | 11 फरवरी | मंदिर के लिए शिला पूजन (पहला पत्थर समर्पण) समारोह किया गया |
2019 | 20 अप्रैल | शिलान्यास विधि (मंदिर की नींव रखने की समारोह) का आयोजन किया गया |
2019 | दिसम्बर | मंदिर का निर्माण 27 एकड़ भूमि पर शुरू हुआ |
2023 | मई | 30 देशों के दूतो ने मंदिर का दौरा किया |
2024 | जनवरी | 42 देशों के डिप्लोमैट ने मंदिर का दौरा किया और धर्मों के बीच समरसता को बढ़ावा देने में उसकी महत्ता का स्वीकृति दी |
2024 | 10 फरवरी | समरसता का उत्सव, जिसमें उद्घाटन समारोह शामिल है, की शुरुवात हुई |
2024 | 11 फरवरी | समर्पण और समरसता के लिए यज्ञ |
2024 | 14 फरवरी | Indian Primer Minister Narendra Modi के द्वारा मंदिर का उद्घाटन |
Inauguration of Swaminarayan Mandir by PM Modi on Feb 14
Swaminarayan Mandir Abu Dhabi UAE मंदिर का उद्घाटन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा, जो कि एक महत्वपूर्ण क्षण होगा। यह मंदिर न केवल UAE के लोगों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण और सम्मानित स्थल होगा, बल्कि इससे भारतीय- यूएई संबंधों में भी एक नई ऊर्जा आएगी। यह मंदिर न केवल आर्थिक उन्नति का प्रतीक है, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी देता है।
इसका निर्माण समाज के विभिन्न वर्गों और समुदायों के साथ मिलकर किया गया है, जिससे यह एक संगठित और सहयोगी प्रक्रिया बन गई। इसके महत्व को समझते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भी इसमें अपना सहयोग दिया है, और यही कारन है की 1997 में देखा गया ये सपना जो के एक कपङा से ज्यादा कुछ भी नहीं था वो अब सफल हो चूका है। इससे ये भी स्पष्ट होता है कि जब समुदाय और सरकार साथ मिलकर काम करते हैं, तो कोई भी महत्वपूर्ण उद्देश्य साकार हो सकता है।
Temple Design and Carving
यह मंदिर कई मायनो में अपने कलाकृत्यों और बनाए जाने विधि को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मंदिर में अगर प्राचीन कालखंड के रामायण और महाभारत के कलाकृत्यों को दिखाया गया है तो साथ में रोमन और अन्य देशो के कल्चर को भी दिखाया गया है। इसे बनाने में 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी का भी उपयोग किया गया है। इस मंदिर के पीछे एक दिवार बनाई गई है, जिसे वॉल ऑफ हार्मनी कहा जाता है। यह दिवार वसुदेव कुटुंबकम का संदेश देता है और इसे बनाने में विभिन्न कम्युनिटी के लोगों ने योगदान दिया है। यह UAE में सबसे लंबी 3D प्रिंटेड वॉल है जो कि 25 लेयर्स द्वारा बनाई गई है।
टेंपल के भीतर आप विश्व के विभिन्न मोन्यूमेंट्स के प्रतिमाएं देख सकते है जो हार्मनी और विश्व बंधुत्व को प्रदर्शित करती हैं। यहाँ पर करीब 30 भाषाओं में हार्मनी शब्द लिखा गया है और एक डिजिटल आई (Digital Eye) भी है जो मंदिर के निर्माण की जर्नी दर्शाता है। मंदिर के प्रशासन के साथ सहयोग करके, इसे विभिन्न समुदायों और विश्व के तमाम प्रशिद स्मृत्यो द्वारा सम्मानित किया गया है। इसमें स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी की इमेज भी शामिल है। ये भारत के बहार शायद पहला मंदिर होगा जिसमे आप इतनी अद्भुत भारतीय संस्कृति की नक्काशी को देख पाएंगे। यहाँ रमायन और शिव पुराण के बारे में भी कलाकारी की गयी है।
मंदिर के अबरे में और भी जानकारी आप दिए गए LINK पर Click कर के जान सकते है। इसी प्रकार के और आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारे Website के लिंक पे CLICK करे।